सोमवार, 3 अगस्त 2020

आखिर दिल पर ध्यान क्यों:::अशोकबिन्दु

प्रश्न. चिकित्सा विज्ञान के लिहाज से मेडिटेशन क्यों जरूरी है?
उत्तर. जन्म लेने से मृत्यु तक दिल लगातार काम करता है। दिल रोज़ाना सात हजार लीटर रक्त पम्प करता है। इसमें 70 फीसदी रक्त दिमाग में जाता है बाकी 30 फीसदी पूरे शरीर में।
प्रश्न. दिल इतने सक्षम और प्रभावशाली तरीके से कैसे काम कर लेता है?
उत्तर. दिल इतने प्रभावशाली तरीके से इसलिए काम कर लेता है क्योंकि यह अनुशासित रहता है। सामान्य स्थितियों में दिल को सिकुड़ने में 0.3 सेकेन्ड लगते हैं और रिलैक्स होने में 0.5 सेकेन्ड।
इस तरह दिल को एक बीट पूरा करने में 0.3+0.5=0.8 सेकेंड लगते हैं। यह एक चक्र हुआ।
इसका सीधा मतलब यह हुआ कि एक मिनट में दिल 72 बार धड़कता है। इसे सामान्य हार्ट बीट माना जाता है।
0.5 सेकेन्ड के रिलैक्सिंग फेज़ (चरण) में अशुद्ध रक्त फेफड़ों से होकर गुजरता है और सौ फीसदी यानी पूरी तरह शुद्ध हो जाता है।
तनाव होने पर शरीर कम समय में ज्यादा खून चाहता है और इस स्थिति में दिल का रिलैक्सिंग पीरियड 0.5 सेकेन्ड से घटकर 0.4 सेकेन्ड हो जाता है। इस तरह इस मामले में दिल एक मिनट में 82 बार धड़कता है और सिर्फ 80 फीसदी खून ही शुद्ध हो पाता है।
और ज्यादा माँग बढ़ने पर रिलैक्सिंग टाइम और भी कम होकर 0.3 सेकेन्ड हो जाता है। तब सिर्फ 60 फीसदी खून ही शुद्ध होता है।
जरा सोचिए हमारी धमनियों में जब कम ऑक्सीजनयुक्त खून दौड़ेगा तो क्या होगा!
खून में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने में गहरी साँसें काफी कारगर होती हैं।
दिमाग की गतिविधियों को प्रभावित करने वाले कारक कई हैं:
1. 25%-30%  हमारी डाइट के कारण होता है।
2. 70%-75%  हमारी भावनाओं, प्रवृत्तियों, स्मृतियों और दिमाग की दूसरी प्रक्रियाओं के कारण होता है।
इस प्रकार दिमाग को शान्त करने और दिल में ज्यादा से ज्यादा खून पंप करने की मांग को कम करने के लिए दिमाग को आराम देने की ज़रूरत होती है।
ध्यान अशान्त मन को शान्त करने का सबसे उपयोगी उपकरण है।
जब हम आँखें बन्द करके बैठते हैं तो हमारा दिमाग शान्त हो जाता है, दिल को सुकून पहुँचता है। इस तरह यह हमें दिल और दिमाग की बीमारियों से अलग कर देता है।
ध्यान ही असल हीलिंग की कुंजी है।
हमारे पूर्वजों ने इसके बारे में हजारों साल पहले ही सोच लिया था। आज कितनों को यह हकीकत पता है?


लेखक:अज्ञात
Heartfulness!!

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